काश!
मेरी जिंदगी में यह काश ना आए,
मै सुकून तलाशू मुझे गम मिल जाए,
वो मेरे रहे या ना रहे,
बस उनके सारे गम मेरे हो जाए...!
बस ये कहकर टाँके लगा दिये उस हकीम ने,
कि जो अंदर बिखरा है उसे भगवान भी नहीं समेट सकता.....✍️
खुदा करे जिंदगी मैं ये मकाम आये
तुझे भूलने की दुआ कुरु और दुआ में तेरा नाम आये 😔
क्या चाहती है हम से हमारी ये ज़िंदगी
क्या क़र्ज़ है जो हम से अदा हो नहीं रहा
मुद्दतों बाद आज फ़िर परेशान हुआ है दिल.....!
न जाने किस हाल में होगा मुझे भूलने वाला....!
वो मुस्कान थी कही खो गई...😍
और मै जज्बात था बिखर गया...
सूरज ढला तो कद से ऊँचे हो गए साये,
कभी पैरों से रौंदी थी यहीं परछाइयां हमने
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