तेरी नज़रों को फुरसत ना मिली
वरना मर्ज़ इतना लाइलाज़ ना था,
हमने तो वहाँ भी मुहब्बत बाँट दी
जहाँ मुहब्बतों का रिवाज़ ना था…!
मिलने की चाहत हमारी थी,
बोसा देने की उनकी पूरी हो गयी..
अल्लाह जो बनाता हमे मोती तेरी नथ का....ll
बोसा कभी रूख्सार का लेते कभी लब का.....
देखकर हमारी तस्वीर को, वो kiss करते है,,
नफरत की आड़ में हमसे वो इश्क करते है..
तुम्हारे पास मैं लौट आऊँ ,
कोई ऐसी वजह छोड़ी कहाँ है ,
तुम अपने आप से इतना भरे हो,
मेरी खातिर जगह छोड़ी कहा है..
एक समंदर मिजाज लड़की हूं मै,
जिसका एक किनारा है,
जो सिर्फ तुम्हारा है।
एक इत्र सी महकती लड़की हूं मै,
जिसकी एक खुशबू है,
जो सिर्फ तुम्हारी है।
एक तितली सी चंचल इतराती लड़की हूं मै,
जिसके कुछ रंग हैं,
जो सिर्फ तुम्हारे हैं।
एक ओस सी तरल लड़की हूं मै,
जिसकी एक शीतलता है,
जो सिर्फ तुम्हारी है।
सुनो,
एक इश्क़ सी आबाद लड़की हूं मै,
जिसका एक प्यार भरा दिल है,
जो सिर्फ तुम्हारा है।
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